क्या है ये डिजिटल अरेस्ट स्कैम :
फ़ोन कॉल या वॉयस मेल के ज़रिए, धोखेबाज़ खुद को स्थानीय पुलिस विभाग या अन्य कानूनी एजेंसी का अधिकारी बताता है और व्यक्ति को सूचित करता है कि उनके खिलाफ़ गिरफ़्तारी वारंट जारी किया गया है या उनके पास कुछ बकाया मामले हैं। इसके बाद, वह व्यक्ति को जल्द से जल्द भुगतान करने के लिए मजबूर करता है। धोखेबाज़ आमतौर पर बिटकॉइन, ऐप्पल पे, गिफ्ट कार्ड या अन्य डिजिटल भुगतान विधियों जैसे मोबाइल भुगतान के ज़रिए पैसे मांगते हैं। अगर कोई व्यक्ति विरोध करता है या संदेह व्यक्त करता है, तो धोखेबाज़ उसे धमकाने लगते हैं, जिसमें गिरफ़्तारी, शारीरिक हिंसा या अन्य गंभीर परिणामों का डर शामिल है।
ऐसे समय में क्या करे?
अगर किसी अज्ञात नंबर से कॉल आती है और वह खुद को अधिकारी बताता है, तो सावधान हो जाएँ। कानून प्रवर्तन एजेंसियां कभी भी फोन कॉल के ज़रिए भुगतान नहीं मांगती हैं। अगर आपको किसी तरह की धमकी मिलती है, तो तुरंत कॉल काट दें और स्थानीय कानून प्रवर्तन एजेंसी को सूचित करें। किसी भी फोन कॉल पर बैंक विवरण, सामाजिक सुरक्षा नंबर या अन्य संवेदनशील जानकारी न दें।अगर आपको कोई कॉल संदिग्ध लगे, तो संबंधित विभाग के आधिकारिक नंबर पर खुद कॉल करके पुष्टि करें।
हाल ही में अमेरिका के कई राज्यों में ऐसी घटनाएँ सामने आई हैं, जहाँ जालसाज़ लोगों को धमकाकर उनसे पैसे ऐंठने की कोशिश कर रहे हैं। कुछ मामलों में जालसाज़ क्यूआर कोड का भी इस्तेमाल कर रहे हैं, ताकि लोग डिजिटल भुगतान के ज़रिए पैसे भेजें। कानून एजेंसियों ने साफ़ तौर पर कहा है कि वे कभी भी किसी व्यक्ति को कॉल करके भुगतान नहीं मांगती हैं। अगर किसी नागरिक के खिलाफ़ कोई मामला दर्ज होता है, तो उसे कानूनी प्रक्रिया के ज़रिए सूचित किया जाता है, न कि फ़ोन कॉल पर भुगतान करने के लिए मजबूर किया जाता है।
अगर आपको ऐसा कोई कॉल आए, तो क्या करें?
- तुरंत कॉल काट दें।
- स्थानीय कानून प्रवर्तन एजेंसी को सूचित करें।
- संदिग्ध नंबर को ब्लॉक करें।
- अपने परिवार और दोस्तों को इस तरह के स्कैम के बारे में जागरूक करें।
आज के डिजिटल युग में धोखाधड़ी के नए-नए तरीके सामने आ रहे हैं, इसलिए सतर्कता ही सबसे बड़ा बचाव है। अगर कभी आपके पास ऐसा कोई कॉल आए तो घबराएं नहीं, बल्कि सही कदम उठाकर खुद को सुरक्षित रखें।



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