ऑनलाइन निवेश के नाम पर ठगी के मामले लगातार बढ़ रहे हैं, और हाल ही में हिमाचल प्रदेश के हमीरपुर में एक वरिष्ठ सरकारी अधिकारी ₹82 लाख की साइबर ठगी के शिकार हो गए। 1200% मुनाफे का लालच देकर धोखेबाजों ने उनकी जीवनभर की जमा-पूंजी लूट ली। मामला मंडी साइबर पुलिस थाने में दर्ज किया गया है।
कैसे हुई ठगी?
- फेसबुक लिंक का जाल: पीड़ित अधिकारी को फेसबुक पर एक लिंक मिला, जिससे वे एक WhatsApp ग्रुप में जुड़ गए।
- 150 लोगों का ग्रुप: इस ग्रुप में लगभग 150 लोग शामिल थे, जिन्होंने एक नकली ऐप "स्टॉक जियो" को प्रमोट किया।
- IPO और स्टॉक मार्केट का झांसा: इस ऐप के जरिए IPO और शेयर बाजार में निवेश पर भारी मुनाफे का वादा किया गया।
- 82 लाख का निवेश: धोखेबाजों की चालाकी भरी बातों पर भरोसा कर अधिकारी ने 82 लाख रुपये अलग-अलग बैंक खातों में भेज दिए।
जब पैसे निकालने की बारी आई...
- जब अधिकारी ने अपना निवेश वापस लेना चाहा, तो उन्हें सिर्फ टालमटोल जवाब मिला।
- उन्हें एहसास हुआ कि वे ठगी का शिकार हो चुके हैं और तुरंत साइबर पुलिस से संपर्क किया।
पुलिस की कार्रवाई और जांच
- पुलिस ने तेजी से कार्रवाई करते हुए ₹16 लाख की राशि फ्रीज कर दी।
- अब इस धन की वापसी के लिए कानूनी प्रक्रिया जारी है।
- अभी तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है, लेकिन जांच जारी है।
बढ़ रहे हैं साइबर अपराध – सतर्क रहें!
- हिमाचल प्रदेश में इस तरह के साइबर अपराध तेजी से बढ़ रहे हैं।
- हाल के महीनों में साइबर पुलिस ने दर्जनों मामले दर्ज किए हैं।
- चौंकाने वाली बात यह है कि सेवानिवृत्त अधिकारी और शिक्षित लोग भी इस ठगी का शिकार हो रहे हैं।
पुलिस की अपील – खुद को सुरक्षित रखें!
- संदिग्ध लिंक पर क्लिक न करें।
- किसी भी निवेश योजना की वैधता की जांच करें।
- डिजिटल सतर्कता अपनाएं और साइबर सुरक्षा उपायों का पालन करें।
- हर व्यक्ति को सतर्क रहना जरूरी है!
- साइबर अपराधियों का निशाना आपकी मेहनत की कमाई है।
- जागरूक बनें और साइबर पुलिस के जागरूकता अभियानों का लाभ उठाएं।
क्या आपने भी ऐसे किसी घोटाले के बारे में सुना है? कमेंट में जरूर बताएं! 🚔💻


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